Friday, December 8, 2023

शायरी ।

नीद से इतना भी प्यार मत कीजिए,की मंज़िल भी ख़्वाब बन जाएं।

शायरी।

कठिन परिश्रम से सफलता मिलती है, आलस्य से पराजय और अहंकार से कठिनाइयां।

शायरी ।

पत्थर की दुनिया,, जज्बात नहीं समझती...... 
दिल में क्या है वो,, बात नहीं समझती.....
तन्हाई तो,, चाँद सितारों के बीच में है........ 
पर चाँद का दर्द,, वो रात नहीं समझती हैं.........